Post Time: 2025-02-18
Error: No content files found.How to get diabetes diagnosed : रात मैं बार-बार पेशाब आना ,अत्यधिक प्यास लगना ,वजन कम होना ,आँख से धुंधला दिखाई देना , हाथों और पैरों मैं झुनझुनी या सुन्न हो जाना , चुभन, जलन , थकान महसूस होना ,शुष्क त्वचा ,घाव या कट का धीरे-धीरे ठीक होना ,बार-बार योनि या लिंग में यीस्ट संक्रमण (yeast infection ) होना या मूत्र में कीटोन्स की उपस्थिति सब डायबिटीज यानि मधुमेह के लक्षण हैं डायबिटीज टेस्ट अक्सर आपके रक्त में ग्लूकोज के स्तर को मापते हैं ताकि आपके blood sugar के स्तर की निगरानी की जा सके या यह देखा जा सके कि आपको मधुमेह है या होने का खतरा है। मधुमेह के लिए मूत्र परीक्षण भी किया जाता है लेकिन यह उतना सटीक नहीं होता . आइए अब जान लेते हैं उन टेस्ट्स के बारे मैं जिनको करवाने के बाद डॉक्टर आपको बता देता कि आप मधुमेह से पीड़ित हैं या नहीं A1C test : A1C, या ग्लाइकेटेड हीमोग्लोबिन टेस्ट के जरिये पता लगाया जाता है की पिछले तीन महीनों के दौरान आपके खून मैं ब्लड शुगर का औसत क्या था। A1C test मापदंडों का उपयोग मधुमेह और pre -diabetes (मधुमेह की शुरुआत) का निदान करने और यह निगरानी करने के लिए किया जाता है। इस जांच से पता चलता है कि मरीज का उपचार सही हो रहा है या नहीं। अगर आपको डायबिटीज नहीं है तो आपका A1C 5.7% से नीचे होना चाहिए। अगर यह औसत 5.7% और 6.4% के बीच है तो आपको pre -diabetes है यानि आप खतरे के निशान के आसपास है। अगर A1C की दो बार की गई जांच मैं ब्लड शुगर का औसत 6.5% या उससे अधिक निकलता है तो आप मधुमेह से पीड़ित हैं। Fasting Blood sugar test : एक रक्त परीक्षण जो रात भर खाना न खाने के बाद आपके रक्त शर्करा को मापता है। दो अलग-अलग परीक्षणों में 126 मिलीग्राम/डीएल या इससे अधिक का स्तर मधुमेह का संकेत देता है। Oral glucose tolerance test (OGTT) : इस टेस्ट के जरिये पता लगाने की कोशिश की जाती है कि मीठा खाने के बाद आपका ब्लड शुगर लेवल कितना ऊपर नीचे जाता है। पहले भूखे पेट सैंपल लिए जाता है और फिर click the following internet site मीठा पानी पीने के बाद कम से काम चार बार सैंपल ले कर जांच की जाती है Random blood sugar test: यदि आपको मधुमेह के गंभीर लक्षण हैं तो रक्त परीक्षण दिन के किसी भी समय किया जा सकता है। मूत्र परीक्षण: एक परीक्षण जो कीटोन्स की उपस्थिति का Continue Reading पता लगाता है जो मांसपेशियों और वसा के इस्तेमाल के बाद पैदा होता get more info है। ऑटोएंटीबॉडी परीक्षण: हमारे शरीर मैं विनाशकारी प्रतिरक्षा प्रणाली कोशिकाओं की मौजूदगी का पता लगाने के लिए किया जाता है। इन कोशिकाओं का सम्बन्ध type one डायबिटीज से है। CGM Monitoring : मधुमेह से पीड़ित लोग अपने ब्लड शुगर के स्तर को मापने के लिए continuous glucose monitor (CGM) का भी उपयोग कर सकते हैं। सीजीएम नमक यंत्र हमारी त्वचा के नीचे लगाया जाता है जो रिसीवर, सेंसर या स्मार्टफोन के जरिये काम करता है। #diabetestest #diabetescare #diabetestype2 #diabetes #madhumeh #drmanjeetsehgal #diabetesclinic #facts #diabetesilaj #madhumehilaj